है रिद्धि सिद्धि वाला जय गणेश
तीन लोक देव विच गणपत
सिमरन तेरा होवे
गुरु पूजा टू बाद
प्रथमे पूजन तेरा होवे।।
पूरन काज करे तू सबके ऐसा तेरा नाम
विघन विनाशक हे गण नायक
काम बन तमम्
जय गणेश जय जय गणदेवा ।।
गौरा जी दा गणपत लाला
रूप जिसदा बड़ा निराला
विघन विनाशक जो कहलवे
संकट तलन वाला है रिद्धि सिद्धि वाला।।
हर कारज तो पहला
एहदा सिमरन कीजा जावे
भोले दा वर पाया एहने
प्रथम पूज्य जाऊं।।
सफल सभी दे काज करे
जो सुंदर गज मुख वाला
है रिद्धि सिद्धि वाला।।
रिद्धि सिद्धि देवे सबनु
देवे बुद्धि दा दान
आशीर्वाद दे ये देवे जिस्नू
पावे यश दा मान
वक्र तुंड महाकाय खोल्डा
बैंड किस्मत दा ताला
है रिद्धि सिद्धि वाला।।
विघन विनाशक ये कहलादा
संकट सबदे हरदा
श्रद्धा दे नाल मांगे जो भी
डेने विच डेर ना करदा
मस्तक तिलक सिंदूरी सोहे
गल मोतियान दे माला
है रिद्धि सिद्धि वाला।।