आमा पान के पतरी
ॐ दुर्गा दुर्गातिशमनी दुर्गापध्दिनिवारिणी
दुर्गमच्छेदनी दुर्गसाधिनी दुर्गनाशिनी
दुर्गतोध्दारिणी दुर्गनिहन्त्री दुर्गमापहा
दुर्गमज्ञानदा दुर्गदैत्यलोकदवानला
दुर्गामा दुर्गमालोका दुर्गमात्मस्वरूपिणी
दुर्गमार्गप्रदा दुर्गमविद्या दुर्गामाश्रिता
दुर्गमज्ञानसंस्थाना दुर्गमध्यानभासिनी
दुर्गमोहा दुर्गामगा दुर्गमार्थस्वरूपिणी
दुर्गमांसुरहंत्री दुर्गमायूधधारिणी
दुर्गमांगी दुर्गमता दुर्गम्या दुर्गमेश्वरी दुर्गभीमा दुर्गभामा दुर्गभा
दुर्गदारिणी नामाव लिमिमां यस्तु
दुर्गाया मम मानव: पठेत
सर्व भयान्मुक्तो भविष्यन्तिन संशय:
आमा पान के पतरी करेला,
पान के दोना ओ,
झुपत झुपत आबे,
दाई दाई मोर अंगना ओ।।
रस्ता ला देखव तोरे,
करथव बंदना ओ,
झुपत झुपत आबे,
दाई दाई मोर अंगना ओ।।
लारी लारी लुगरा मा,
सजा दे चंदना ओ,
झुपत झुपत आबे,
दाई दाई मोर अंगना ओ।।
नाक नथनिया सोहे,
काना मा कुण्डाला ओ,
झुपत झुपत आबे,
दाई दाई मोर अंगना ओ।।