फिर ७ जुलाई आयी है
जय प्रेम से बोलो, हैप्पी बर्थडे !
जय सारे बोलो, हैप्पी बर्थडे !
डुगरी वाले का, हैप्पी बर्थडे !
मेरे गुरूजी का आया, हैप्पी बर्थडे !
फिर सात जुलाईआयी है, संगत ने धूम मचायी है-०३
नाचेंगे, जय हो
गायेंगे, जय हो
नाचेंगे गायेंगे थिरक थिरक, तन मन पर मस्ती छायी है,
फिर सात जुलाईआयी है, संगत ने धूम मचायी है।
ऐसी न्यारी कुछ लगन लगी, कुछ होश नहीं दीवानों को,
कुछ होश नहीं दीवानो को, कुछ होश नहीं दीवानों को,
आनंद की बरखा बरस रही, कृपा है गुरूजी की ये तो,
कृपा है गुरूजी की ये तो, कृपा है गुरूजी की ये तो,
सपने में, आय हाय
सपने में, आय हाय
सपनें में भी जो ना सोचा कभी, खुशियों की वो नेमत पायी है,
फिर सात जुलाईआयी है, संगत ने धूम मचायी है।
और जय गुरूजी के इस भजन का भी अवलोकन करें: जो गुरु जी ना होते
किस्मत वालों को मिलती है, ऐसे नजदीकी सतगुरु की,
ऐसी नजदीकी सतगुरु की, ऐसी नजदीकी सतगुरु की,
बैकुंठ से ज्यादा प्यारी है, हमको ये करीबी सतगुरु की,
हमको ये करीबी सतगुरु की, हमको ये करीबी सतगुरु की,
ऐ जिंदगी, जय हो
ऐ जिंदगी, जय हो
ऐ जिंदगी वो भाग्यशाली, जो सत गुरुदेव को भायी है,
फिर सात जुलाईआयी है, संगत ने धूम मचायी है।
हम आज गुरूजी के दर पे, सबको ये न्योता देते हैं,
सबको ये न्योता देते हैं, सबको ये न्योता देते है,
सोई तक़दीर जगाने का, साहिल तुझे मौका देते हैं,
साहिल तुझे मौका देते हैं, साहिल तुझे मौका देते है,
बाकी तो, आय हाय
बाकी तो, आय हाय
बाकी तो वो सतगुरु जानें, क्या उसने खेल रचायी है,
फिर सात जुलाईआयी है, संगत ने धूम मचायी है-०२
नाचेंगे, जय हो
गायेंगे, जय हो
नाचेंगे गायेंगे थिरक थिरक, तन मन पर मस्ती छायी है,
फिर सात जुलाईआयी है, सांगत ने धूम मचायी है-०२