कृष्ण दर्शन को मन ललचाया शिव भोला गोकुल में आया

  • Krishan darshan ko mann lalchaya Shiv bhol agokul me aaya

कृष्ण दर्शन को मन ललचाया
शिव भोला गोकुल में आया ॥
शिव भोला गोकुल में आया…

झोली कांधे धरी हाथ ले ली छड़ी ॥
बंदर को हनुमान बनाया
शिव भोला गोकुल में आया ।
कृष्ण दर्शन को मन ललचाया…

द्वारे नंद बाबा के दिया डेरा जमा ॥
और डम डम डमरू बजाया
शिव भोला गोकुल में आया ।
कृष्ण दर्शन को मन ललचाया…

सुन के डमरू की तान बच्चे बूढ़े जवान ॥
सबने आ कर के घेरा बनाया
शिव भोला गोकुल में आया ।
कृष्ण दर्शन को मन ललचाया…

कहाँ थे तुम हरि काहे देरी करी ॥
मेरे नैनों को क्यों तरसाया
शिव भोला गोकुल में आया ।
कृष्ण दर्शन को मन ललचाया…

आए यशोधा के लाल किया शिव को निहाल ॥
हनुमत ने शीश झुकाया
शिव भोला गोकुल में आया ।
कृष्ण दर्शन को मन ललचाया…

करके शंभू का ध्यान चले करुणा निधान ॥
अपने भक्तों का मान बढ़ाया
शिव भोला गोकुल में आया ।
कृष्ण दर्शन को मन ललचाया…

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