खाटू बुला रहा है किरपा नहीं तो क्या है

  • Khatu bula raha hai kirpa nahi to kya hai

खाटू बुला रहा है,
किरपा नहीं तो क्या है,
अब तक निभा रहा है,
अब तक निभा रहा है,
किरपा नहीं तो क्या है,
खाटु बुला रहा है,
किरपा नहीं तो क्या है।।

कोई साथ दे या ना दे,
तूने दिया सहारा,
महसूस होता सिर पे,
बस हाथ है तुम्हारा,
अब भी फिरा रहा है,
किरपा नहीं तो क्या है,
खाटु बुला रहा है,
किरपा नहीं तो क्या है।।

कहते थे सारे मुझको,
डूबेगी मेरी नैया,
पर मुझको क्या पता था,
बन जाएगा खिवैया,
अब भी चला रहा है,
किरपा नहीं तो क्या है,
खाटु बुला रहा है,
किरपा नहीं तो क्या है।।

औकात से भी तूने,
लाखों गुना दिया है,
मिली ‘श्याम’ को जो सेवा,
तेरा ये शुक्रिया है,
अब तक गवा रहा है,
किरपा नहीं तो क्या है,
खाटु बुला रहा है,
किरपा नहीं तो क्या है।।

खाटू बुला रहा है,
किरपा नहीं तो क्या है,
अब तक निभा रहा है,
अब तक निभा रहा है,
किरपा नहीं तो क्या है,
खाटु बुला रहा है,
किरपा नहीं तो क्या है।।

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