गौरी सुत गणराज तेरी जय होवे
जय होवे जय होवे हा जय होवे
गौरी सुत गणराज तेरी जय होवे।।
तुम हो विधाता ज्ञान के दाता
पहले पूजा तुम्हारी हो देवा।।
जिस्ने जो चाह वो पाया
मैं भी शरण तुम्हारी हो देवा
मैं दुखियारी गम की मारी
बिगड़े बना दो काज तुम्हारी जय होवे।।
जय होवे जय होवे हा जय होवे
गौरी सुत गणराज तेरी जय होवे।।
गजमुख वाला तू रखवाला
अर्जी सुनो हमारी हो देवा
मोदक लड्डू लाउ हु मेवा
विनती करु तुहारी हो देवा।।
मैं हूं तुम्हारी जग से हारी
रखना मेरी लाज देवा।।
जय होवे जय होवे हा जय होवे
गौरी सुत गणराज तेरी जय होवे।।
पागल मनवा देखे सपना
महिमा सुनी तुम्हारी हे देवा।।
सपना होगा पूरा अपना
तन मन तुम्पे वारी देवा
पाने सहारा प्रभु तुम्हारा
गुन गौ महाराज तुम्हारी जय होवे।।
जय होवे जय होवे हा जय होवे
गौरी सुत गणराज तेरी जय होवे।।