अगर मैं राधा राधा गाऊं
अगर मैं राधा राधा गाऊं,
तो क्या मिलने आओगे-०२
माखन मिश्री साथ में लाऊं,
तो क्या भोग लगाओगे-०२
इन रोती हुई आंखो में,
क्या खुशियाँ तुम भर जाओगे,
कान्हा कान्हा, कान्हा कान्हा !
तुमसे प्रीत लगी है प्यारे,
छूटे अब नहीं छूटेगी,
बीत गई जो मोह माया में,
पल अब कैसे बीतेगी,
अगर मैं दिल का हाल सुनाऊँ,
तो क्या सुनने आओगे-०२
ग्वाल बाल बन तुम्हें रिझाऊं ,
तो क्या मिलने आओगे-०२
इन रोती हुई आंखो में,
क्या खुशियाँ तुम भर जाओगे,
कान्हा कान्हा, कान्हा कान्हा !
और इस भजन को भी देखें: अब तो मिलो राधे
बन बैठा हूँ मैं दीवाना,
मुझको जग क्या रोकेगा,
दुनिया दारी भूल गया मैं,
मेरी सुध तू कब लेगा,
सारी दुनिया छोड़ के आऊं,
तो क्या मिलने आओगे-०२
स्वांस स्वांस में राधा गाऊं,
तो क्या मिलने आओगे-०२
इन रोती हुई आंखो में,
क्या खुशियाँ तुम भर जाओगे,
कान्हा कान्हा, कान्हा कान्हा,
कान्हा, कान्हा, कान्हा-०२

