आए हैं गौरी लाल सखी मेरे आंगन में
आए हैं गौरी लाल सखी मेरे आंगन में
आए हैं गौरी लाल सखी मेरे आंगन में।।
मेरे आंगन में सखी मेरे आंगन में
आए हैं गौरी लाल सखी मेरे आंगन में।।
सब देवों में देव हो प्यारे
पूरे करना प्रभु काज हमारे
आए हैं गौरी लाल सखी मेरे आंगन में।।
वेदी बने प्रभु आसन लगे
दरश दिखाना गिरिजा के दुलारे
मेरे आंगन में सखी मेरे आंगन में।।
हरि-हरि दूर्वा हम तुमको चड्ढाए
झूला झूला प्रभु अंगना हमारे
मेरे आंगन में सखी मेरे आंगन में।।
लड्डू का भोग प्रभु तुमको लगाये
कातो सारे प्रभु कश्त हमारे
मेरे आंगन में सखी मेरे आंगन में।।