आज शनिवार है

  • Aaj Shaniwar Hai

आज शनिवार है शनि जी का वार है,
एक बार जो दर्शन करले उसका बेड़ा पार है,
आज शनिवार है शनि जी का वार है,
एक बार जो दर्शन करले उसका बेड़ा पार है,
उसका बेड़ा पार है-०३
आज शनिवार है शनि जी का वार है,
एक बार जो दर्शन करले उसका बेड़ा पार है ।

शनि के मंदिर आके जो इस दिन तेल चढ़ाता है,
इस दिन तेल चढ़ाता है-०२
किरपा करते है शनि देवा मन चाहा फल पाता है,
मन चाहा फल पाता है-०२
किरपा करते है शनि देवा मन चाहा फल पाता है,
सच्चा दरबार है होती जय जय कार है,
एक बार जो दर्शन करले उसका बेड़ा पार है,
आज शनिवार है शनि जी का वार है,
एक बार जो दर्शन करले उसका बेड़ा पार है,
उसका बेड़ा पार है-०३
आज शनिवार है शनि जी का वार है,
एक बार जो दर्शन करले उसका बेड़ा पार है ।

और इस भजन को भी भजें : मेरी माँ के बराबर कोई नहीं

त्रैलोकी में शनि देव सा कोई और महान नहीं,
कोई और महान नहीं-०२
अपने भगतो के दुखों से शनि देव अनजान नहीं,
शनि देव अनजान नहीं-०२
अपने भगतो के दुखों से शनि देव अनजान नहीं,
होता बेड़ा पार है हो जाता उधार है,
एक बार जो दर्शन करले उसका बेड़ा पार है,
आज शनिवार है शनि जी का वार है,
एक बार जो दर्शन करले उसका बेड़ा पार है,
उसका बेड़ा पार है-०३
आज शनिवार है शनि जी का वार है,
एक बार जो दर्शन करले उसका बेड़ा पार है ।

इनकी दृष्टि से अब तक तो कोई नहीं बच पाया है,
कोई नहीं बच पाया है-०२
सभी देवता सिर को झुकाते ऐसी इनकी माया है,
ऐसी इनकी माया है-०२
सभी देवता सिर को झुकाते ऐसी इनकी माया है,
चंचल सेवा दार है लीला अपरम्पार है,
एक बार जो दर्शन करले उसका बेड़ा पार है,
आज शनिवार है शनि जी का वार है,
एक बार जो दर्शन करले उसका बेड़ा पार है,
उसका बेड़ा पार है-०३
आज शनिवार है शनि जी का वार है,
एक बार जो दर्शन करले उसका बेड़ा पार है……..


मिलते-जुलते भजन...