जय जय गजानन लंबोदर गजानन
जय जय गजानन लंबोदर गजानन
सुख के दाता दुख के निवारण।।
जय जय गजानन लंबोदर गजानन
सुख के दाता दुख के निवारण
सबसे ऊंचा तेरा सिंहासन।।
भक्ति तेरी और शक्ति तेरी
धरती अंबर पे प्रगति तेरी।।
तेरी महिमा अपरंपरा
हारे को दे जीत हजार
जय जय गजानन लम्बोदरगजानन
जय जय गजानन मोरया रे बप्पा।।
तेरे नाम से शुभ आरंभ हो
तेरी रोशनी से जग का कल्याण हो।।
सारा अंबर तेरे गुण गाये
तेरे समाने हर कोई शीश झुके।।
तेरी आरती उतारे चांद सितारे
सूरज की धूप तेरी नज़र उतारे
जय जय गजानन लंबोदर गजानन
जय जय गजानन मोरया रे बप्पा।।
हम गैरीबो का मान भी है तू
और अमीरो की शान भी है तू
तेरी चौखट पे हम सब एक है
तेरे डर पे हमेशा सब एक है।।
तेरी कृपा से मिटाती है दूरी
तेरे दर्शन से होती है हर कमान पुरी
जय जय गजानन लंबोदर गजानन
जय जय गजानन मोरया रे बप्पा।।
एक दो तीन चार गणपति
की जय जयकार
चार पांच छ
गपति हमारे साथ।।
गली गली में नारे हैं
गणपति हमारे हैं।।
दर्शन तेरा अद्बुत हो
आंखों में खुशी के आंसू हो
मन में बस यहीं बात आए
अगले वर्षा तू जल्दी आए
जय जय गजानन लंबोदर गजानन।।