जय गजानंद देव रे पूरन करदे काज
जय गजानंद देव पहले गणपत पूजे तुम्हें
मेरे पूरे करिए काज बच्चे तेरे नादान है
रखना सबकी लाज।।
विघ्न हरण मंगल करता मेरे पूरन करदे काज,
हे ग़ज़ानन देवा हे ग़ज़ानन देवा।।
गोरी सूत घनराज तुम्हरा हम अभिनन्दन करते है,
आओ आसान ग्रहण करो प्रभु नाम तुम्हारा भजते है,
तीनो लोको के तुम दाता देवो में सरताज,
जय गजानंद देव पहले गणपत पूजे तुम्हें।।
करुणाकर करूणाके सागर बीच सबा में लाज रखो,
अज्ञानी बालक तेरे भूल शमा हे नाथ करो,
स्वीकारो मेरी पूजा गणपत देवो में तेरा राज है,
जय गजानंद देव पहले गणपत पूजे तुम्हें।।
देवो में महादेव तुम्ही हो माँ गोरा के लाडले,
कर्ज पूरन होते है गणपति तेरे नाम से,
रजनीश अखिल तेरे गुण गाये राजा कहे सुन लो आज
जय गजानंद देव पहले गणपत पूजे तुम्हें।।