जन्मों का गुजारा
जब से तेरे खाटू का नज़ारा मिल गया-०२
सच कहती हूँ जन्मों का गुजारा मिल गया-०४
जग की आशा छोड़ प्रभु मैं,
तेरे दर पे जब आयी थी-०३
जीवन का दाना पानी भी,
तेरे दर से हीं पायी थी-०३
अब तो जीवन जीने का…
ओ ओ ओ…
अब तो जीवन जीने का सहारा मिल गया-०२
सच कहती हूँ जन्मों का गुजारा मिल गया-०४
और इस भजन जो भी देखें: हार के भी जो ना हारे जीतकर वो जायेगा
तेरे दर्शन पाकर मुझको,
लगा कि कोई मेरा भी है-०३
सुनता है मेरी हर बातें,
और मुझे समझाता भी है-०३
जब से घर का मालिक श्याम,
जब से घर का मालिक श्याम, हमारा बन गया-०२
सच कहती हूँ जन्मों का गुजारा मिल गया-०४
श्याम कृपा से जीवन गुजरी,
इतनी सी अरदास है मेरी-०३
अंत समय सन्मुख हो बाबा,
रसिक और ना चाह है मेरी-०३
जीते जी मुझे जन्नत का…
जीते जी मुझे जन्नत का दुआरा मिल गया-०२
सच कहती हूँ जन्मों का गुजारा मिल गया-०४