है मेरे गीत तेरे लिये राधा
है मेरे गीत तेरे लिये राधा, लय हो तुम तुम्ही भाव हो राधा,
है मेरे गीत तेरे लिये राधा, लय हो तुम तुम्ही भाव हो राधा,
जब जब गाऊं बस यही चाहूं ,
जब जब गाऊं बस यही चाहूं ,रास रचाये कृष्ण और राधा,
है मेरे गीत तेरे लिये राधा, लय हो तुम तुम्ही भाव हो राधा।
अब तुमसे नज़रें हटती नहीं, ये लीला है या सम्मोहन,
राधा जू को कैसे रिझाऊं, इतना बता दो हे मोहन,
चढा भक्ति का रंग ऐसा, चढ़ा था मीरा पे जैसा,
चमक सी की जग की लाली, बताओ जादू ये कैसा,
स्वस्ति बने वो दर्पण जिसको, देख-देख सिंगार करे राधा,
है मेरे गीत तेरे लिये राधा, लय हो तुम तुम्ही भाव हो राधा,
जब जब गाऊं बस यही चाहूं ,रास रचाये कृष्ण और राधा।
और इस भजन का भी अवलोकन करें: वृन्दावन में हुकुम चले, बरसाने वाली का
हालात सभी स्वीकार किये, बाकी सब तुझ पे छोड़ दिया,
प्रीत लगी तेरे नाम की ऐसी, नाता तुझसे जोड़ लिया,
जूड़ी हर आस अब तुझसे, जीत और हार अब तुझसे,
बंधू चरणों में बन घुंघरू, मेरी झंकार अब तुझसे,
क्या ही लिखूं मैं तुम पर राधा, अक्षर तुम्ही और शब्द हो राधा,
है मेरे गीत तेरे लिये राधा, लय हो तुम तुम्ही भाव हो राधा,
जब जब गाऊं बस यही चाहूं ,रास रचाये कृष्ण और राधा,
है मेरे गीत तेरे लिये राधा, लय हो तुम तुम्ही भाव हो राधा,
लय हो तुम तुम्ही भाव हो राधा-०२