उगिहें सुरुज गोसैंया हो
तोही बाबू दौड़वा ल जैह अरग दिलैह
उगिहें सुरुज गोसैंया हो
अरग दिलैह बाबू निरमल होईह
परी परी सुरुज के पैंइया हो
परी परी सुरुज के पैंइया हो
सासु मांगे बेटवा ननद मांगे भैया हो
सासु मांगे बेटवा ननद मांगे भैया
माय के दमदवा जे बनिहैं सहैया
कोढिय़ा के कायवा के कंचन तू बनवला
सब के करमिया तू ही त जगवल
तू ही त जगवल
बाजे आजू तोहरे बधैया हे छठि मैया
उगिहें सुरुज गोसैंया हो
अरग दिलैह बाबू निरमल होईह
परी परी सुरुज के पैंइया हो
परी परी सुरुज के पैंइया हो
जप तप तोहरे जे कइली बरतिया हो
जप तप तोहरे जे कइली बरतिया
छठि के कहनियां कहे परबतिया
साज के दौउरवा, सूपली मऊनिया
लेल मोरे दीनानाथ आजू इ अरघिया
आजू इ अरघिया
रखिया तू ही अहिबतिया हे छठि मैया
उगिहें सुरुज गोसैंया हो
अरग दिलैह बाबू निरमल होईह
परी परी सुरुज के पैंइया हो
परी परी सुरुज के पैंइया हो
सासु मांगे बेटवा ननद मांगे भैया हो
सासु मांगे बेटवा ननद मांगे भैया
माय के दमदवा जे बनिहैं सहैया
कोढिय़ा के कायवा के कंचन तू बनवल
सब के करमिया तू ही त जगवल
तू ही त जगवल
बाजे आजू तोहरे बधैया हे छठि मैया
उगिहें सुरुज गोसैंया हो
अरग दिलैह बाबू निरमल होईह
परी परी सुरुज के पैंइया हो
तोही बाबू दौड़वा ल जैह अरग दिलैह
उगिहें सुरुज गोसैंया हो
अरग दिलैह बाबू निरमल होईह
परी परी सुरुज के पैंइया हो
परी परी सुरुज के पैंइया हो
परी परी सुरुज के पैंइया हो



