तू चिंता मत कर मां मेरे रामजी आएंगे रावण को हरा करके तुमको ले जाएंगे
(लंका से विदा होते समय हनुमानजी सितामैया को बोल रहे हैं)
तू चिन्ता मत कर मां
मेरे राम जी आएंगे
रावण को हरा करके
तुमको ले जाएंगे
1.. दुनिया के राजा को
ये जान नही पाया
हे जगजननी तुमको
पहचान नही पाया
ये सोने की लंका
मिट्टी में मिलाएंगे.. रावण को हरा करके
2.. वो शिव का उपासक है
वेदों का ज्ञानी है
पर भटक गया देखो
कैसा अभिमानी है
कलयुग में लोग इसे
हर साल जलाएंगे.. रावण को हरा करके
3.. पहले भी ये हारा है
आगे भी ये हारेगा
प्रभु के हाथों मर के
कई जनम सुधारेगा
अम्बरीष कहे भगतों
हम धर्म जिताएंगे.. रावण को हरा करके