थारी उमर रा गिणयोडा दिनडा जावे रे मिजाजी
थारी उमर रा रा गिणयोडा दिनडा जावे रे,
मिजाजी थोडो राम ने सुमिर ले रे,
चार दिनां री बंदा जोश जवानी रे,
थारे लारे रे बुढ़ापो दौङ्यो आवे रे,
मिजाजी थोङो राम ने…
कोङी रे कोङी बंदा माया झोडी रे,
थारे संग में ना चाले कोडी रे,
मिजाजी थोङो राम ने….
जिने तुं बंदा थारा मारा केवे रे,
वे तो थारे ही आग लगावे रे,
मिजाजी थोङो राम ने….
कहत कबीर बंदा सुमिरन कर ले रे,
थारो आवा-गमन मिटावे रे,
मिजाजी थोङो राम ने….
