तेरी याद सताएगी चंचल

  • teri yaad satayegi chanchal

माता का भकत था एक सीधा साधा और नेक जाना था चला गया,
हम सबको छोड़ के वो दिल सबका तोड़ के वो जाना था चला गया

माता आई होगी खुद लेने बच्चे को बदली छाई होगी
कुछ दिखे नही हम को
वो ले गई होंगी माँ तू भी था उस की जान
जाना था चला गया

जगराते भी होंगे और चोंकी भी होगी
इक तू ही नही होगा बस तेरी कमी होगी
हर वक़्त रहेगा जख्म कितना भी करो मरहम
जाना था चला गया

जब याद सताये गी आँखों को रुलाएगी
भजनों से तेरे चंचल माँ धीर बंधाये गी
जो माँ की मर्जी थी शायद मेरी अर्जी थी
जाना था चला गया

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