तेरी मूर्ति नहीं बोल्दी
हो तेरी मूर्ति नहीं बोल्दी बुलाया लख वार
तेरी मूर्ति नहीं बोल्दी बुलाया लख वार
कद्दे हो के दयाल कर साडा वी ख़याल-02
तैनू दुखड़ा मैं दातिए, सुनाया लख वार
तेरी मूर्ति नहीं बोल्दी बुलाया लख वार-02
तेरी मूर्ति नहीं बोल्दी
नित् बूहा एहो सोच के मैं मल्लां दातिए
कद्दे माँ पुत्त करांगे नी गल्लां दातिए-02
होर सारियां नू सुख दिते वंड माये नी,
पादे साडे वी तूं कालजे- च ठंड माये नी-02
साडी सुन के पुकार क्यों तूं बैठी चुप तार-02
तेरी ममता नूं मैं जगाया लख वार
तेरी मूर्ति नहीं बोल्दी बुलाया लख वार-02
तेरी मूर्ति नहीं बोल्दी
बोल मीठे-मीठे बोल मायें गुस्सा जांण दे,
चुन्नी गोटे वाली भगतां दे सिर तान दे ,
दिल माँ दा जे बच्चयां तो दूर रहेगा
फिर आसरा, बे-आसरे नूं कौन देगा,
क्यों हो के दयावान एदर किता ना ध्यान,
बड़ी आस रख मैं तेयेतेआया लख वार,
तेरी मूर्ति नहीं बोल्दी बुलाया लख वार -02
हो तेरी मूर्ति नहीं बोल्दी
ऐनां कर्मा दे मारयां नु तु वी मारना,
कम हुँदा ऐ मल्लावां दा ते बेड़ा तारना,
तेरे ज़रा जे इशारे दी ऐ गल्ल दातिए,
सारी मुश्किलां ने हो जाणा हल्ल दातिए-02
छेती हो जा प्रसन्न साड्डी विनती तु मन-02
पा के निर्दोष कर ले मनाया लख वार
तेरी मूर्ति नहीं बोल्दी बुलाया लख वार-02
हो तेरी मूर्ति नहीं बोल्दी बुलाया लख वार
तेरी मूर्ति नहीं बोल्दी बुलाया लाख वार-02
कद्दे हो के दयाल कर साडा वी ख़याल-02
तैनू दुखड़ा मैं दातिए, सुनाया लख वार
तेरी मूर्ति नहीं बोल्दी बुलाया लख वार-05
