तेरा आद गणेश मनायो माँ
( जय ज्वाला माँ सरस्वती,
मेरे हिर्दय वसो हमेश,
भूले अखर कंठ कर,
माँ गौरी पुत्र गणेश। )
तेरा आद गणेश मनायो माँ,
अम्बे नी जगदम्बे माँ,
अम्बे नी जगदम्बे माँ,
तेरा आद गणेश……
हाथ में गढ़वा गंगा जल पानी,
चरण धुलावन आयो माँ,
अम्बे नी जगदम्बे माँ,
तेरा आद गणेश……
चुन चुन कलिया मैं हार बनाया,
हार पहनावन आयो माँ,
अम्बे नी जगदम्बे माँ,
तेरा आद गणेश……
घिस घिस चंदन दा मैं भरया टोकरा,
तिलक लगावन आयो माँ,
अम्बे नी जगदम्बे माँ,
तेरा आद गणेश……
हाथ में मेरे ध्वजा नारियल,
मंदिर चढ़ावन आयो माँ,
अम्बे नी जगदम्बे माँ,
तेरा आद गणेश……
हाथ में मेरे थाल लड्डुअन दा,
भोग लगावन आयो माँ,
अम्बे नी जगदम्बे माँ,
तेरा आद गणेश……