सुत्ती ऐ ते जाग उठ जाग अम्बे रानिये

  • suti ae te jaag uth jaag ambe raniye

अकबर कांगडे चड़ आइयो मेरी माँ,
सुत्ती ऐ ते जाग उठ ,जाग अम्बे रानिये,
अकबर कांगडे चड़ आइयो मेरी माँ,

एक लख घोडा मारा सवा लख हाथी,
होजाना दा अंत ना पायो मेरी माँ,

पहलियाँ लड़ाइया माता शेर तेरा लडदा,
खून दे वगी जांदे नाल मेरी माँ,

दुजियाँ लड़ाइया माता भगत तेरे लड़दे,
डिगी डिगी जांदे जवान मेरी माँ,

तीजीया लड़ाइयाँ माता छुरी तेरी लड़दी,
मुंडियां दे लग जांदे ढेर मेरी माँ,

चोथियाँ लड़ाइयाँ माता आप जे लड़दी,
थर थर क्म्बदी जमीन मेरी माँ,

सुत्ती ऐ ते जाग उठ….

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