सिंगाजी न लियो अवतार अमर आसी करणी

  • singaji na liyo avtar amar aasi karni

सिंगाजी न लियो अवतार
अमर आसी करणी , अमर आसी करणी
जेख रेवा खिलाव गोद सदा सुख करणी
लियो जनम खजुरी धाम
धन्य धन्य आसी धरणी धन्य धन्य आसी धरणी
जेख रेवा खिलाव गोद सदा सुख करणी

अरे माता गऊर का बाला
न लाड़ लड़ाव , न लाड़ लड़ाव
खुश होय भीमाजी न देखी न मन हरशाव
जेकी ध्वजा लहर लहराव
ज्ञान अवतरणी, ज्ञान अवतरणी
जेख रेवा खिलाव गोद सदा सुख करणी

तू गौधन को रखवालो
न गौवा उबार , न गौवा उबार
गुरू मनरंग को सतज्ञान कर भवपार
तू सुमर सदा हरि नाम
यम को कोई डर नी , यम को कोई डर नी
जेख रेवा खिलाव गोद सदा सुख करणी

गुरू आया पिपल्या का माहि
महिमा लगी प्यारी , महिमा लगी प्यारी
यहां शरद पूनम को मेलो लग बड़ो भारी
वहा अखंड जलती ज्योत
समाधि सुमरणी , समाधि सुमरणी
जेख रेवा खिलाव गोद सदा सुख करणी

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