शयम तुम बिन
हो जब से गए तुम प्राण प्यारे,
अंखियाँ राहों से ब्याह गईं हैं,
मोर मुकुट है, बंशी भी है,
यमुना है पर श्याम नहीं है,
भूल के मेरी गलती सारी,
गले लगा लो हे बनवारी,
कोई पूछे तो दर्द दूना लागे-०२
श्याम तुम बिन बृज सुना लागे-०२
हो सुना लागे, सुना लागे, सुना लागे,
सुना लागे, सुना लागे, सुना लागे,
श्याम तुम बिन बृज सुना लागे-०२
तुम ना आये तो आठो पहर प्रभु,
पलकें भींगेगी, हाय पलकें भींगेगी,
यमुना जल से शर्त लगाऊं तो,
अंखियाँ जीतेगीं, हाय अंखियाँ जीतेगीं,
मन की पीड़ा छुपा ना पाऊं,
कैसे तुमको समझाऊं,
कान्हा तोड़ो ना प्रेम के धागे-०२
श्याम तुम बिन बृज सुना लागे-०२
और इस भजन का भी आनंद लें: राधे राधे बोल श्याम आयेंगे
तुम बिन कान्हा गोकुल में,
कोई हाल ना जाने जी का,
हाल ना जाने जी का,
सावन अंखिया घिर घिर बरसे,
मन का चाँद है फीका-०२
कोई पूछे तो दर्द दूना लागे-०२
श्याम तुम बिन बृज सुना लागे-०२
हो सुना लागे, सुना लागे, सुना लागे,
सुना लागे, सुना लागे, सुना लागे,
श्याम तुम बिन बृज सुना लागे-०२


