श्री गणेश देवा श्री शंभु सूत गौरी के लाल देवा
श्री गणेश देवा श्री गणेश देवा
श्री शंभु सूत गौरी के लाल देवा।।
दीनन के दुख हरता
भक्तो के सुख कर्ता।।
झोली बांझ का भरता
दर पे तेरे आके फिर सेवा
श्री गणेश देव श्री गणेश देवा ।।
तू है दाता महान निराली है तेरी शान
तेरी ये सृष्टि है तूने रचा जहां
नज़र तेरे जिस्पे हो पता वो ही है मेवा
श्री गणेश देव श्री गणेश देवा ।।
देना वो स्वर मुझे गौ हरपाल तुझे
जौ कहि न द्वार तेरा ही सुझे।।
तेरी ही कृपा से जोभी सिंह नाम लेवा
श्री गणेश देव श्री गणेश देवा।।
श्री गणेश देव श्री गणेश देव
श्री शंभु सूत गौरी के लाल देवा।।