शंकर तूने क्या किया
ओ मेरे शंकरा, ओ मेरे भोलनाथ,
हारा मैं दुनिया से, थाम लो मेरा हाथ।
दुनिया भर की खाकर ठोकर,
आया हूँ अब मैं तेरे दर,
ओ मेरे प्यारे शिव शंकर,
ये तूने क्या किया,
तुझी से अब दिन रात मेरी,
तुझी से अब हर बात मेरी,
रखता अब तू हीं लाज मेरी,
ये तूने क्या किया?
दर दर की ठोकरें खाकर मिला,
पाके तुझको सब है मिला,
अब न जाऊं, तुझको छोड़कर,
तेरे द्वार पर मैं खड़ा हूँ भोले,
मुश्किलों में मन ये बोले,
मेरी नैया तुहीं पार कर,
सारी दुनिया से हरके मैं आया हूँ इधर,
भोले मुझपे तू सदा हीं रखना कृपा की नजर,
करता हूँ बातीं अब तेरी,
मेरी ये साँसे अब तेरी,
जिंदगी तुझसे अब मेरी,
ये तूने क्या किया,
दुनिया भर की खाकर ठोकर,
आया हूँ अब मैं तेरे दर,
ओ मेरे प्यारे शिव शंकर,
ये तूने क्या किया?
और इस भजन का भी अवलोकन करें: गौरा जी रूठ गयीं
मेरे धड़कनों को तेरे डमरू की,
आदतें लगी है ऐसी ,
जी लेता हूँ अब मैं थोड़ा,
तेरे दर्शनों को आऊं मैं दर पर,
सर को मैं झुकाऊं हर पल,
जा सकूँ ना अब मैं कहीं और,
तेरे द्वार से जो गुजरा,
मेरा काल भी थमा,
माया लोभ मोह त्याग,
जग से हो गया फ़ना,
तेरा प्यारा नंदी बनकर,
रहूं मैं तेरे हीं घर पर,
ओ मेरे प्यारे शिव शंकर,
ये तूने क्या किया,
दुनिया भर की खाकर ठोकर,
आया हूँ अब मैं तेरे दर,
ओ मेरे प्यारे शिव शंकर,
ये तूने क्या किया?