सावन आया बाबा
गिरधर मेरे मौसम आया-०२
धरती के श्रृंगार का,
डाल डाल पर पड़ गए झूले-०२
बरसे रंग बहार का,
गिरधर मेरे…
उमड़ घुमड़ काली घटा सोर मचाती है,
स्वागत में तेरे सांवरा जल बरसाती है,
उमड़ घुमड़ काली घटा सोर मचाती है,
स्वागत में तेरे सांवरा जल बरसाती है,
कोयलिया कूकती, ओ हो
मयूरी झूमती, ओ हो
तुम्हारे बिन मुझको मोहन बहारें फीकी लगती है,
गिरधर मेरे मौसम आया,
धरती के श्रृंगार का,
गिरधर मेरे…
चांदी भरनी चांदनी अंग जलाती है,
झरनों की ये रागिनी दिल तड़पाती है,
हाँ चांदी भरनी चांदनी अंग जलाती है,
झरनों की ये रागिनी दिल तड़पाती है,
चली जब पुरवाई, ओ हो
तुम्हारी याद आयी, ओ हो
फूलों में अंगारे देह के कसक बढ़ती हीं जाती है,
गिरधर मेरे मौसम आया,
धरती के श्रृंगार का,
गिरधर मेरे…
और इस भजन से भी आनंदित हों : दिल की हर धड़कन से तेरा नाम निकलता है
ग्वाल बाल संग गोपियाँ श्री राधे आई,
आज कहो तुम्हें कौन सी कुबजा भरमाई,
हाँ ग्वाल बाल संग गोपियाँ श्री राधे आई,
आज कहो तुम्हें कौन सी कुबजा भरमाई,
तुम्हारी राह में, ओ हो
मिलन की चाह में, ओ हो
बिछाएं पलकें बैठे है, तुम्हारी याद सताती है,
गिरधर मेरे मौसम आया,
धरती के श्रृंगार का,
गिरधर मेरे…
श्री राधे के संग में झूलो जी मोहन,
छेड़ रसीली बांसुरी शीतल हो तन मन,
हाँ श्री राधे के संग में झूलो जी मोहन,
छेड़ रसीली बांसुरी शीतल हो तन मन,
बजी जब बांसुरी, ओ हो
खिले मन की कली, ओ हो
मगन नंदू सारी सखियाँ तुम्हें झूला झुलाती है,
गिरधर मेरे मौसम आया-०२
धरती के श्रृंगार का,
गिरधर मेरे…