रुतबा मेरे शंकर का

  • Rutba Mere Shankar Ka

हर हर महादेव !

इस दुनिया में कोई नहीं है,
इस दुनिया में कोई नहीं है, मेरे महाकाल की टक्कर का,
चहो दिशा में फैल रहा है, रुतबा मेरे शंकर का-०४

काल भी शीश झुकाए, आके मेरे महाकाल को-०२
अंत समय में मेरी भस्मी, चढ़े मेरे महाकाल को-०२
काल भी शीश झुकाए, आके मेरे महाकाल को,
अंत समय में मेरी भस्मी, चढ़े मेरे महाकाल को,
भस्म रमाये धुनि रमाये,
भस्म रमाये धुनि रमाये, रूप भयंकर शंकर का,
चहो दिशा में फैल रहा है, रुतबा मेरे शंकर का-०४

महाकाल जी औघड़ दानी, नीलकंठ अलबेले हैं-०२
महाकाल जी गुरु जगत के, नहीं किसी के चेले हैं-०२
महाकाल जी औघड़ दानी, नीलकंठ अलबेले हैं,
महाकाल जी गुरु जगत के, नहीं किसी के चेले हैं,
बन जाऊंगा मैं भी चेला,
बन जाऊंगा मैं भी चेला, महाकाल शिव शंकर का,
चहो दिशा में फैल रहा है रुतबा मेरे शंकर का-०४

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हम हैं बेटे महाकाल के, पिता हमारे शंकर हैं-०२
उज्जैन नगरी महाकाल की, हर कण कण में शंकर हैं-०२
हम हैं बेटे महाकाल के, पिता हमारे शंकर हैं,
उज्जैन नगरी महाकाल की, हर कण कण में शंकर हैं,
संजू के हर कष्ट मिटायें,
संजू के हर कष्ट मिटायें, बना लाल मैं शंकर का,
चहो दिशा में फैल रहा है रुतबा मेरे शंकर का-०४
इस दुनिया में कोई नहीं है,
इस दुनिया में कोई नहीं है, मेरे महाकाल की टक्कर का,
चहो दिशा में फैल रहा है रुतबा मेरे शंकर का-०४


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