राम नाम सुखदाई भजन करो भाई
राम नाम सुखदाई भजन करो भाई,
ये जीवन दो दिन का ।।
ये तन है जंगल की लकड़ी,
आग लगे जल जाई भजन करो भाई,
ये जीवन दो दिन का ।।
ये तन है कागज की पुड़िया,
हवा चले उड़ जाई भजन कर भाई,
ये जीवन दो दिन का ।।
ये तन है माटी का ढेला,
बूँद पड़े गल जाई भजन करो भाई,
ये जीवन दो दिन का ।।
ये तन है फूलों का बगीचा,
धुप पड़े मुरझाई भजन करो भाई,
ये जीवन दो दिन का ।।
ये तन तो है कच्ची सी हवेली,
पल भर में टूट जाई भजन करो भाई,
ये जीवन दो दिन का ।।
ये तन है सपनो की माया,
आँख खुले कुछ नाही भजन करो भाई,
ये जीवन दो दिन का ।।


