पीवजी मन मत करजो उदास सदा तुम हासी न रहजो जी

  • pivi ji man mat karjo udaas sada tum haasi na rehjo ji

पीवजी मन मत करजो उदास ,
सदा तुम हासी न रहजो जी ।
म्हारा मन म खुशी की बड़ी आस ,
सदा तुम हासी न रहजो जी ।

सूरत तुम्हारी दूर बस म्हारा पिवजी ,
न मुरती छे म्हारा पास
मन मंदिर में दीपक जलता ,
वामे करजो वास
सदा तुम हासी न रहजो ज

सुदामा घर का तांदूल खाया ,
न खाया भिलनी का बेर
विदुर घर की साग खाई
राखी अबला की टेर
सदा तुम हांसी न रहजो जी

कामधेनु की लेण ख परीक्षा
वन म बणी गया शेर
पावन कुंड म अमरीत बणीगा
उतारयो भीम को जहर
सदा तुम हांसी न रह जो जी

https://youtu.be/cd0NjYl3qBU

मिलते-जुलते भजन...