पंच तत्व की काया एको ध्यान राखजो

  • panch tatv ki kaaya eko dhyan raakhjo

पंच तत्व की काया एको ध्यान राखजो
एम लगी जाय एको ज्ञान राखजो

धन दौलत अरु माल खजीना
छूटी जायग भाई सब एक दिन
झुटी माया को मत अभिमान राखजो
एम लगी जाय एको ज्ञान राखजो

साथ नही जाय थारी महल अटारी
थारी म्हारी म उमर बिती गई सारी
भाई मन म हरि को गुणगान राखजो
एम लगी जाय एको ज्ञान राखजो

काया नगरी का तेरह दरवाजा
तीन गुप्त दस प्रगट विराजा
अरे ऊना तीन नको भी जरा भान राखजो
एम लगी जाय एको ज्ञान राखजो

https://youtu.be/eMSdTHFUXH8

मिलते-जुलते भजन...