ओ दुनिया के रखवाले
भगवान भगवान भगवान भगवान
ओ दुनिया के रखवाले,
सुन दर्द भरे मेरे नाले,
आश निराश के दो रंगों से, दुनिया तूने बनायी,
नैया संग तूफ़ान बनाया, मिलन के साथ जुदाई,
जा देख लिया हरजाई,
हो लूट गयी मेरे प्यार की नगरी अब तो नीर बहा ले,
ओ दुनिया के रखवाले..
आग बनी सावन की बरखा, फूल बने अंगारे,
नागन बन गयी रात सुहानी, पत्थर बन गए तारे,
सब टूट चुके हैं सहारे,
हो जीवन अपना वापस ले ले जीवन देने वाले,
ओ दुनिया के रखवाले……..
चाँद को ढूंढें पागल सूरज, शाम को ढूंढें सवेरा,
मैं भी ढूंढूं उस प्रीतम को, हो न सका जो मेरा,
भगवान भला हो तेरा,
हो किस्मत फूटी आस न टूटी पाँव में पड़ गए छाले,
ओ दुनिया के रखवाले………
महल उदास और गलियां सुनी चुप-चुप हैं दीवारे,
दिल क्या उजड़ा दुनिया उजड़ी, रूठ गयी हैं बहारे,
हम जीवन कैसे गुजारें,
हो मंदिर गिरता फिर बन जाता दिल को कौन संभाले
ओ दुनिया के रखवाले ……
