नवदुर्गा आवाहन / दुर्गा स्तुति
माँ शैलपुत्री पधारो हमारे द्वार,
नवरात्री के प्रथम पूजा तोहार हो।
माई ब्रह्मचारिणी स्वीकारो मेरी पूजा तू
द्वितीय पूजा के तुम्हारो अधिकार माँ।
हे चंद्रघंटा भवानी पधारो,
तृतीया की पूजा तुम्हारे दरबार माँ।
माई कुष्मांडा पधारो मेरी बगिया में,
चौथे दिन की पूजा करो तू स्वीकार माँ।
स्कंदमाता पांचवे दिन पधार जाओ,
खष्टी कात्यायनी तेरा सजे दरबार माँ।
सप्तमी तू कालरात्रि,
काल को नशाती आना।
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अष्टमी महागौरी,
तेरे अधिकार हो।
नवमी हे माई सिद्धिदात्री पधारो,
नवरात्री पूजा को भगत तैयार,
नवरात्री पूजा को भगत तैयार है।
ॐ नमो दुर्गाय नमः
ॐ नमो दुर्गाय नमः
दुर्गाय नमः