नाच भगता, मैया तेरे घर आई है
नाच भगता, मैया, तेरे घर आई है।।
तेरे घर, आई है मां, तेरे घर आई है।।
ओ नाच भगता, मैया, तेरे घर आई है।।
रख के, नवराते जो, ज्योत जलाते हैं।।
भर लेते, झोलियां वे, दुख नहीं पाते हैं।।
सुन भगता, जय हो।।
आज, तेरी बारी आई है।।
ओ नाच भगता, मैया, तेरे घर…
ऊँचें, पहाड़ों में, मैया जी का डेरा है।।
सुंदर, गुफा में, मेरियां का बसेरा है।।
सुन भगता, जय हो।।
आज, शेरांवाली आई है।।
ओ नाच भगता, मैया, तेरे घर…
कण-कण में, मेरी मैया का बसेरा है।।
चरणों में, हमने, लगा लिया डेरा है।।
सुन भगता, जय हो।।
मैया, खुद चल आई है।।
ओ नाच भगता, मैया, तेरे घर…