नबजिया वैद क्या जाणे

  • Nabajiya vaid kya jane

नबजिया वैद क्या जाणे,
मुझे दिल कि बीमारी है।।

कभी कफ रोग बतलाये,
कभी तासीर गरमी की,
जिगर का हाल तू मेरा,
नहीं जाने अनाडी है,
नबजिया वैद क्या देखे,
मुझे दिल कि बीमारी है।।

असर करती नहीं कोई,
दवाई कीमती तेरी,
बिना दीदार दिलबर के,
मिटे नहीं बेकरारी है,
नबजिया वैद क्या देखे,
मुझे दिल कि बीमारी है।।

सनम कि मोहिनी मूरत,
बसी दिल बीच में मेरे,
ना मन में चैन है तन की,
खबर सारी बिसारी है,
नबजिया वैद क्या देखे,
मुझे दिल कि बीमारी है।।

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