नाग पंचमी मनाइब
गौ माता जी के घी से,
गौ माता जी के घी से, चित्र नाग के बनाइब,
हम आज शुद्ध मन से, नाग पंचमी मनाइब-०२
नाग देवता दूध पीये,
नाग देवता दूध पीये, हमरा घरे रउरा आइब,
हम आज शुद्ध मन से, नाग पंचमी मनाइब-०२
द्वापर युग से तक्षक पूजत, पूर्वज आवत वाड़े,
हार गले के हे नाग बाबा, शिव के आप दुलारे,
हो ओ ओ,
द्वापर युग से तक्षक पूजत, पूर्वज आवत वाड़े,
हो हार गले के हे नाग बाबा, शिव के आप दुलारे,
काले सर्प दोष आपन, दूर आज हम भगाइब-०२
हम आज शुद्ध मन से, नाग पंचमी मनाइब-०२
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हे शिव शंकर भुत भयंकर, राउर हम शरणागत,
दूध कटोरी भरले बानी, नागिन के बा स्वागत,
हो ओ ओ ओ
हे शिव शंकर भुत भयंकर, राउर हम शरणागत,
ओ दूध कटोरी भरले बानी, नागिन के बा स्वागत,
मासे श्रावण शुक्ल पक्ष, पंचमी हम गोहराइब,
हम आज शुद्ध मन से, नाग पंचमी मनाइब-०२
संतान सुख एक राजा के दिहल, एक बहिन पली भाई,
एक किसान के ऊपर कबहुँ, नागिन भइलीं सहाई,
हो ओ ओ ओ,
संतान सुख एक राजा के दिहल, एक बहिन पली भाई,
ओ एक किसान के ऊपर कबहुँ, नागिन भइलीं सहाई,
फिर सेवई प्रसाद, पुरे दिल से हम बनाइब,
हम आज शुद्ध मन से, नाग पंचमी मनाइब-०२