मोर दी सवारी कर आया
मोर दी सवारी कर आया हो,
हो आया बाबा मार के उड़ारी,
भगता नु तारण आया,
हो आया बाबा मार के उधारी,
मोर दी सवारी………
धोलगिरी पर्वत ते बाबा मेरा वसदा,
भगता दी रख वाली जो करदा,
गुफा जिसदी है बड़ी न्यारी,
हो आया बाबा मार के उडारी,
मोर दी सवारी ……….
विष्णु दा बेटा है लक्श्मी दी जाया,
शिव शंकर तो वर जिहने पाया,
सिर ते सनेहरी जटाधारी,
हो आया बाबा मार के उडारी,
मोर दी सवारी ……….
पापियाँ दा जोगी नाश जो करदा,
अपनेया भगता दी रक्शा है करदा,
बालक रूप अवतारी,
हो आया बाबा मार के उडारी,
मोर दी सवारी ……….
जिहना जो मंगेया उस ने ओह पाया,
बिगड़ी बना दे मैं भी दर तेरे आया,
दुनिया दा तारणहारी,
हो आया बाबा मार के उडारी,
मोर दी सवारी ……….