मूषक सवार होके आये गणराजा

  • Mooshak Savar Hoke Aaye Ganraja

मूषक सवार होके आये गणराजा,
बाज रहे ढोल तासे बाजे नगाड़ा,
मूषक सवार होके आये गणराजा।।

भगतो ने मंडप घर में बनाया,
सतरंगी फूलो से इसको सजाया,
बैठा सिंगसन पे गोरा का लाला,
मूषक सवार होके आये गणराजा।।

रिद्धि सीधी को भप्पा संग लेके आये,
शुभ और लाभ को संग में बिठाये,
भर देंगे भंडारे दर्शन तू पा जा,
मूषक सवार होके आये गणराजा।।

सब की ही मनत पूरी करेंगे,
खुशियों से सब की झोली भरेंगे,
आजा गिरी सिर तू अपना जुका जा,
मूषक सवार होके आये गणराजा।।

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