मेरे कीर्तन में हे गणपति गजानन अब तो आ जाओ
जय जय गणेश जय जय गणेश
मेरे कीर्तन में हे गणपति
गजानन अब तो आ जाओ
दया हम पर दिखा जाओ
विघन आकार मिटा जाओ।।
तुम्हें सेवक बुलाती है
गजानन अब तो आ जाओ।।
मेरे कीर्तन में हे गणपति
गजानन अब तो आ जाओ।।
जहां शुभ काम होता है
प्रथम तुमको बुलाते हैं।।
सब शुभ कार्य होता है
जहां पर आप आते हैं।।
तुम्हारी महिमा गाते हैं
सफल कारज बन जाओ।।
मेरे कीर्तन में हे गणपति
गजानन अब तो आ जाओ।।
हे गौरी लाल शिव नंदन
सुनो विनती हमारी भी।।
ले आओ संग रिद्धि और सिद्धि भी
छवि दिखलाऊ प्यारी सी।।
सावरी करके मूषक
ठुमकती चाल में आ जाओ।।
मेरे कीर्तन में हे गणपति
गजानन अब तो आ जाओ।।
तुम्हारे याद बनके हम
प्रभु आशा लगाये हैं
प्रेम दीपक जलाये हैं।।
राखे लड्डू मिठाई संग
भोग आकार लगा जाऊं।।
मेरे कीर्तन में हे गणपति
गजानन अब तो आ जाओ।।
तुम्हें हम गणपति देवा
जो श्रद्धा से मगाते है
तुमसे वरद पाते हैं।।
तुम्हारा ही सहारा है
मेरी बिगाड़ी बन जाऊं ।।
मेरे कीर्तन में हे गणपति
गजानन अब तो आ जाओ।।