मेरे हनुमान जी हैं तो मुझे क्या जग से लेना है
मेरे हनुमान जी हैं तो, मुझे क्या जग से लेना है-०२
चरणों में संकट मोचन के, मुझे अब रहना है-०२
मेरे हनुमान जी हैं तो, मुझे क्या जग से लेना है-०२
धन दौलत जीवन का हर सुख, दयानिधि के दया से है,
मेरा कोई काम न रुकता, कृपानिधि के कृपा से है।
धन दौलत जीवन का हर सुख, दयानिधि के दया से है,
मेरा कोई काम न रुकता, कृपानिधि के कृपा से है,
अंजनी पुत्र पवनसुत हनुमत, तेरा क्या कहना है-०२
मेरे हनुमान जी हैं तो, मुझे क्या जग से लेना है-०२
और इस भजन को भी देखें: श्री राम ना मिलेंगे हनुमान के बिना
जिसे भी अपना समझा जग में, निकला वो बेगाना है,
सुख के हैँ सब साथी दुख में, हनु ना कोई अपना है।
जिसे भी अपना समझा जग में, निकला वो बेगाना है,
सुख के हैं सब साथी दुख में, हनु ना कोई अपना है,
हनुमान जी के भक्ति में, अब मगन हो जाना है-०२
मेरे हनुमान जी हैं तो, मुझे क्या जग से लेना है-०२
इच्छा है मेरी प्रभु आपकी, पूजा में लीन रहना है,
आप है रछक मेरे जीवन की, अब क्या मुझको डरना है।
इच्छा है मेरी प्रभु आपकी, पूजा में लीन रहना है,
आप है रछक मेरे जीवन की, अब क्या मुझको डरना है,
रहे सलामत परिवार मेरा, तुझसे ये कहना है-०२
मेरे हनुमान जी हैं तो, मुझे क्या जग से लेना है-०३