मेरे घर गणपति जी हैं आये
गणपति मेरे घर आये, गणपति मेरे घर आये,
गणपति मेरे घर आये, गणपति मेरे घर आये,
मेरे घर गणपति जी हैं आये-०२
मैं अपने दुःख को, हो,ओ..
मैं अपने दुःख को हूँ बिसराये,
वो खुशियां अपने साथ हैं लाये,
मेरे घर गणपति जी हैं आये-०३
और इसे भी अवलोकित करें: अष्टलक्ष्मी कुबेर मंत्र
मैं भोग लगाऊं उन्हें मोदक का-०२
मैं तिलक करूँ उनको चन्दन का,
मेरा मन हरपल, हो,ओ..
मेरा मन हरपल यही गाये-०२
मेरे घर गणपति जी हैं आये-०२
दयालु हैं वो हैं कृपालु-०२
उन्हीं की महिमा गाये श्रद्धालु,
वो देखो मेरे, हो,ओ..
वो देखो मेरे घर हैं आये-०२
मेरे घर गणपति जी हैं आये-०२
हैं ब्रम्हा जी भी उनको ध्याये-०२
नारद मुनि उनकी महिमा गाये,
वो जग के स्वामी, हो,ओ..
वो जग के स्वामी अंतर्यामी-०२
मेरे घर गणपति जी हैं आये-०२
निर्बल बल निर्धन धन हैं पाते-०२
वो सर्वप्रथम हैं पूजे जाते,
बड़ी सब महिमा, हो,ओ..
बड़ी सब महिमा उनकी गाये-०२
मेरे घर गणपति जी हैं आये-०२
करूँ किस मन से मैं विसर्जन-०२
हे गजमुख मेरे गौरी नंदन,
फिर से पर्व ये, हो,ओ..
फिर से पर्व ये जल्दी आये-०२
मेरे घर गणपति जी हैं आये…..