मेरे गणपति हर विघ्न हरे
मेरे गणपति हर विघ्न हरे
शिव सूत सदा फल दायक है
एह दा पूजन जित्थे होव ऐ मंगल मूरत विनायक है।।
जय गोरी लाल जय गोरी लाल जय गोरी लाल
सब नु ही करदा निहाल
जय गोरी लाल जय गोरी लाल जय गोरी लाल।।
मथे चन्दन तिलक विराजे गल पुष्पा दी माला साजे,
सूरत बड़ी ही कमाल जय गोरी लाल
जय गोरी लाल जाओ गोरी लाल।।
पान फूल चड़े चडता है मेवा सनंत सारे करदे ने सेवा
चड दे लडदुआ दे थाल
जय गोरी लाल जय गोरी लाल जय गोरी लाल।।
राजू भी हरिपुरिया ध्यावे
लवन हिया गणपति मंगल गावे
दिंदा है संकट नु टाल,
जय गोरी लाल जय गोरी लाल जय गोरी लाल।।
