मेरे दिलदार बाबा सुन
कब से पुकार सुनता नहीं है,
तेरे सिवा मेरा कोई नहीं है,
बनवारी तुझ बिन कुछ भी नहीं है-०२
नहीं कोई सहारा है, मगन रहता हूँ फिर भी मैं,
तुम्हारे गीत गा करके-०२
मेरे दिलदार बाबा सुन, पड़ी मझधार में नैया,
उठा पतवार आके-०२
और इस भजन को भी देखें: श्याम तेरी इक नज़र से
मैं हूँ बाबा बहुत दुखारी, आया हूँ मैं शरण तुम्हारी,
दरश करा दे श्याम मुरारी-०२
तुम्हारा नाम सुन करके, तुम्हारे पास आया हूँ,
सहारा दे दुआ करके-०२
मेरे दिलदार बाबा सुन, पड़ी मझधार में नैया,
उठा पतवार आके-०४
