मै यादों का किस्सा खोलूँ तो महाकाल बहुत याद आते हैं

  • main yadon ka kissa kholun to mahakal bhut yaad ate hai

मै यादों का किस्सा खोलूँ तो,
महाकाल बहुत याद आते हैं.

मै गुजरे पल को सोचूँ तो,
महाकाल बहुत याद आते हैं.

अब उज्जैन नगरी में,
आबाद हैं जाकर मुद्दत से.

मै देर रात तक जागूँ तो ,
महाकाल बहुत याद आते हैं.

कुछ बातें थीं फूलों जैसी,
कुछ लहजे खुशबू जैसे थे,

मै शहर-ए-चमन में टहलूँ तो,
महाकाल बहुत याद आते हैं.

वो पल भर की नाराजगियाँ,
और मान भी जाना पलभर में,

अब खुद से भी रूठूँ तो,
महाकाल बहुत याद आते हैं ।
जय श्री महाकाल 

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