महादेव मेरी डूबती कश्ती का तुम्हीं किनारा
ॐ नमः शिवाय !
ॐ नमः शिवाय !
ॐ नमः शिवाय !
भोलेनाथ अब तो साँसे भी थक गयी है,
हर सहारा छूट गया है,
अगर तू भी ना संभाले,
तो ये डूबती कश्ती कहाँ जाएगी प्रभु।
डूबती कश्ती तुम्हीं किनारा,
टूटे मन का तुम्हीं सहारा,
जब सबने मुंह मोड़ लिया,
तब शरण में तेरी आया हूँ बाबा,
ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय,
ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय,
डूबती कश्ती तुम्हीं किनारा,
भोलेनाथ तुम्हीं सहारा,
टूट चुकी है हर एक उम्मीद,
बस तू हीं अब आखरी दुआ।
और इस भजन से भी आनंदित हों: कदम कदम पे करम तुम्हारा
ओ ओ ओ…
ओ ओ ओ…
ओ ओ ओ…
रास्ते सब काँटों से भर गए है,
सपने सब राख बन गए है,
जिन्हें अपना माना था मैंने,
वो भी आज अजनबी बन गए हैं,
अंधियारे घेर रहे जीवन को,
रौशनी दूर कहीं खो गयी है,
तेरे दर पे आकर बाबा,
मेरी सांसे फिर से रोई है,
डूबती कश्ती तुम्हीं किनारा,
भोले बाबा तुम्हीं सहारा,
हर तूफान से बचा लेना,
तेरे नाम से चलती है सांसे सारा।
ओ ओ ओ…
ओ ओ ओ…
ओ ओ ओ…
कभी तो मेरी भी सुनले पुकार,
कबतक सहूं ये जीवन का भार,
रख ले चरणों में मेरे भोले,
अब ना मांगू मैं कुछ और उपहार।
मैं कुछ नहीं मांगता प्रभु,
ना सूखा ना धन,
बस इतना कर देना,
मेरे दर्द में मुझे अकेला मत छोड़ना,
भस्म रमाये त्रिपुरारी,
दुखियों का तू पालनहारी,
टूटे दिल की हर एक धड़कन,
आज भी बोले जय जय भोलेनाथ भस्म धारी,
तेरी जटाओं से गंगा बहती,
मेरे आँख से आंसू धार,
जोड़ दे प्रभु मेरे जीवन को,
तू हीं तो है सच्चा आधार,
डूबती कश्ती तुम्हीं किनारा,
भोलेनाथ तुमहीं सहारा,
मर जाऊं तेरे नाम पर,
तो भी लगे ये जीवन प्यारा,
ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय,
ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय,
ॐ नमः शिवाय।
