मारे कोलू मंड रा पाबूजी दरबार थारे आया

  • maare koloo mand ra pabujee darbar thaare aaya

मारा कोलूमंड का पाबूजी दरबार थारे आया

मारा कोलुमण्ड रा पाबुजी,
दरबार थारे आया,
थारी केसर की आसवारी,
प्यारी लागे मारा पाबुजी,
दरस दिखाओ जी||

लक्ष्मण का अवतार पाबुजी,
धांधल रे घर आया,
थारी मधुधोखा तो मांवडली,
कहलावे मारा पाबुजी,
दरस दिखा वो सा||

अरे अमरकोटा सोडा रे माही,
पाबुजी परणाया,
अरे गांया री रक्षा रे खातिर,
फेरां सु थे जावोजी,
दरस दिखा वो सा||

धरती ओ राजस्थान री जी,
थे मोटरास पूजवाया,
थाने श्यामा सुन्दर,
जय सिंह रघुवंशी,
गावे
मार पाबूजी,
दरस दीखावो सा||

मारा कोलुमंड रा पाबुजी,
दरबार थारे आया,
थारी केसर री असवारी,
प्यारी लागे मारा पाबुजी,
दरस दिखाओ जी||

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