माई के जगराता
जइसे माई के चरणीया धरती पे पड़ ता,
ओइसे चारो ओरी माई के जयकारा गूंजअ ता,
बोलअ बोलअ शेरावाली मईया की- जय !
शेरवा सवार मईया आव ताड़ी हो,
भगतन के मन हर्षावा ताड़ी हो।
ये हो सुनअ,
शेरवा सवार मईया आव ताड़ी हो,
भगतन के मन हर्षावा ताड़ी हो,
सजल माई के पंडाल छमाछम दिखअ ता,
जइसे माई के चरणीया धरती पे पड़अ ता,
ओइसे चारो ओरी माई के जयकारा गूंजअ ता,
जइसे माई के चरणीया धरती पे पड़अ ता,
ओइसे चारो ओरी माई के जयकारा गूंजअ ता।
ओढ़ के अइलन चुनरी हम सुनरी,
लाली रे चुनरिया में लागेली मईया दुलरी-०२
चम चम चमकेला माई के मूरतिया,
बड़ा निक लागे इनकर सांवली सुरतिया,
माई के सोरहो सिंगार सबके मन भावअ ता,
देखअ मथवा में माई के मंगटिका शोभअ ता,
ओहीं कनवा में माई के कुण्डल शोभअ ता,
जइसे माई के चरणीया धरती पे पड़ ता,
ओइसे चारो ओरी माई के जयकारा गूंजअ ता,
जइसे माई के चरणीया धरती पे पड़अ ता,
ओइसे चारो ओरी माई के जयकारा गूंजअ ता।
और इस भजन से भी आनंदित हों : तू हीं दुर्गा काली है
फूल ओड़हुलवा के मालवा हो गंगा जलवा हो,
लेके अइलीं साथे नरियलवा हो सुन्दर फलवा हो-०२
जगमग जगमग जरअ ता ज्योति,
ऊपर में सितारा जइसे चमकअ ता मोती,
देखअ माई के भजनीया संदीप गावअ ता,
जइसे ढोलक ताल पर पग झूमअ ता,
ओइसे चारो ओरी माई के जगराता होखअ ता,
जइसे माई के चरणीया धरती पे पड़ ता,
ओइसे चारो ओरी माई के जयकारा गूंजअ ता।
