लक्ष्मीजी आई सपने में मेरी किस्मत खुलने वाली है
लक्ष्मीजी आई सपने में
मेरी किस्मत खुलने वाली है
मैयाजी ने मुझको वचन दिया
मेरी लॉटरी लगने वाली है
लक्ष्मीजी आई सपने में
मेरी किस्मत खुलने वाली है
लक्ष्मी गणेश की मूर्त है
दीपों से सजी ये थाली है
घर-घर होगा लक्ष्मी पूजन
ये रात कितनी निराली है
है धूप सुगंधित फूल हैं
मेरे घर भी आज दिवाली है
लक्ष्मीजी आई सपने में
मेरी किस्मत खुलने वाली है
श्री धन कुबेर संग धनवन्ती
महाराज का पूजन करना
श्रीराम को जपना है
अपना तन-मन अर्पित करना
आरती करना है मिल जुलकर
हाथों से बजानी ताली है
लक्ष्मीजी आई सपने में
मेरी किस्मत खुलने वाली है
विष्णु जी के हृदय समाई जो
हे कमल वासिनी कहलाती
जो शक्ति है सारे जग की
सुख-समृद्धि से नहलाती
जिस-जिस ने ध्यान लगाया मइया को
जिस-जिस ने ध्यान लगाया माँ लक्ष्मी को
कहे जेब ना मेरी खाली है
लक्ष्मीजी आई सपने में
मेरी किस्मत खुलने वाली है




