क्यों जोड़े हम तिनका तिनका
हरि नाम को जपले मनवा,
हरि नाम को जपले मनवा, जीवन दो दिन का,
क्यों जोड़े तिनका तिनका-०४
एक एक पैसा जोड़ा तूने, बना तू आज करोड़ी,
एक समय ना भजन किया, ना पुण्य कमाई थोड़ी,
एक एक पैसा जोड़ा तूने, बना तू आज करोड़ी,
एक समय ना भजन किया, ना पुण्य कमाई थोड़ी,,
क्यों उलझा तू मोह माया में,
क्यों उलझा तू मोह माया में,जीवन दो दिन का,
क्यों जोड़े तिनका तिनका-०४
मात पिता को दिया ना भोजन, जीवन मस्त बिताया-०२
मात पिता में ईश्वर बसता, तूने आज भुलाया,
मात पिता को दिया ना भोजन, जीवन मस्त बिताया,
मात पिता में ईश्वर बसता, तूने आज भुलाया,
भटक गया तू कर्म धर्म को,
भटक गया तू कर्म धर्म को, जीवन दो दिन का,
क्यों जोड़े तिनका तिनका-०४
इस मनमोहक भजन को भी सुनें: तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे बलिहार राघव जी
जहाँ से आया है तू पंछी, वहीं तू उड़ जायेगा,
किये कर्म है जो भी तूने, उसका फल तो पायेगा,
जहाँ से आया है तू पंछी, वहीं तू उड़ जायेगा,
किये कर्म है जो भी तूने, उसका फल तो पायेगा,
मुनेंद्र प्रेमजी हर को समझ ले,
मुनेंद्र प्रेमजी हर को समझ ले, जीवन दो दिन का,
क्यों जोड़े तिनका तिनका-०४,