कुण्डा खोल या न खोल खड़कई जावागे तू जिना मर्जी रूसे मनाई जावागे
कुण्डा खोल या न खोल खड़कई जावागे,
तू जिना मर्जी रूसे मनाई जावागे,
कुण्डा खोल या न खोल …….
बचियाँ दे नाल दस काहदा माये रोसा ऐ,
एको तेरा आसरा माँ तेरे ते भरोसा ऐ,
ओ तेरी सची जोत नु जगाई जावागे,
कुण्डा खोल या न खोल …….
अस्सा अठे पहर तकी तेरी ही ते ओट माँ,
सची सादी भावना ऐ शरदा च खोट ना,
ओ इसे तरह हजारी लगाई जावागे,
कुण्डा खोल या न खोल …….
दुनिया दे रिश्तिया नु असी दिता तोड़ ऐ,
शेरा वालिये नि सहनु सदा तेरी लोड ऐ,
सच्चे दिलो अलख जगाई जावागे,
कुण्डा खोल या न खोल ……
मोड़ ले तू जिनी वारी खाली सहनु मोड़ना,
तेरे ते भरोसा सहनु कदे नहियो तोडना,
दुआरे उते भेटा तेरी गाई जावागे,
कुण्डा खोल या न खोल …….

