खाटू श्याम के बिना
हाथ थाम लो, हार न जाऊं
ओ मेरे खाटू के श्याम,
बात बात पे मैं तो पुकारूँ,
श्याम धनी तेरो ही नाम,
हाथ थाम लो, हार न जाऊं,
ओ मेरे खाटू के श्याम,
बात बात पे मैं तो पुकारूँ,
श्याम धनी तेरो ही नाम,
है यकीन इतना कि,
मेरा काम बनेगा शर्तिया,
किसी और से क्या लेना देना,
तुम तक सारी अर्जियां,-०२
ओ खाटू श्याम के बिना,
मेरा अब काम नही चलता,
माना काम निकल जाए,
पर आराम नही मिलता,
खाटू श्याम के बिना,
मेरा अब काम नही चलता,
माना काम निकल जाए,
पर आराम नही मिलता।
इस भजन को भी देखें: मैं तेरे लिए क्या लिखूं श्याम
दुनिया की तू रीत न जाने,
मोह माया के घर तू ठहरा,,
छोड़ के आजा सबकुछ बंदेया,
खाटू से कर रिश्ता गहरा,
दुनिया की तू रीत न जाने,
मोह माया के घर तू ठहरा,,
छोड़ के आजा सबकुछ बंदेया,
खाटू से कर रिश्ता गहरा,
तीन बाण के धारी,
ले वादा तुझसे कर लिया,
किसी और से क्या लेना देना,
तुम तक सारी अर्जियां,-०२
ओ खाटू श्याम के बिना,
मेरा अब काम नही चलता,
माना काम निकल जाए,
पर आराम नही मिलता,
खाटू श्याम के बिना,
मेरा अब काम नही चलता,
माना काम निकल जाए,
पर आराम नही मिलता।
हार को तेरी जीत में बदले,
क्यों रोता है रे तू पगले,
खाटू के दर पर तू आ-०२
मन में तू विश्वास करले
खाली झोली तेरी भरले,
खाटू के दर पर तू आ-०२
हारे के सहारे
तूने दुख सारा ही हर लिया,,
किसी और से क्या लेना देना
तुम तक सारी अर्जियां,-०२
ओ खाटू श्याम के बिना,
मेरा अब काम नही चलता,
माना काम निकल जाए,
पर आराम नही मिलता,
खाटू श्याम के बिना,
मेरा अब काम नही चलता,
माना काम निकल जाए,
पर आराम नही मिलता।