केशो में गंगा है माथे पे चांद

  • Kesho Mein Ganga Hai Mathe Pe Chand

केशो में गंगा है माथे पे चांद,
पर्वत पे बैठे वो पीते हैं भांग,
भोला भंडारी है महादेव मेरा,
योगी त्रिपुरारी है महादेव मेरा,
भोला भंडारी है महादेव मेरा।

कर भजन तूं उसका,
वो भक्तों की बिगड़ी बनाते,
वो कभी ना हारे,
जो भोले की काँवर उठाते,
निर्बल का साथी है,
सच्चा हितकारी है महादेव मेरा,
भोला भंडारी है महादेव मेरा।

क्या धरा क्या अंबर,
सारे करते हैं तेरी गुलामी,
हर दिशा के प्राणी,
भोले शंकर जी है सबके स्वामी,
सर्पों की माला है,
नंदी की सवारी है महादेव मेरा,
भोला भंडारी है महादेव मेरा।

और इस भजन को भी सुने: शिवजी से दिल लगा ले शिव जी है भोले भाले

ये गगन के तारे,
और भानू करे तेरी पूजा,
मान ले है मनवा
नहीं भोले सा है कोई दूजा,
पार करे वो नैया ,
बड़ा उपकारी है महादेव मेरा,
भोला भंडारी है महादेव मेरा,
केशो में गंगा है माथे पे चांद,
पर्वत पे बैठे वो पीते हैं भांग,
भोला भंडारी है महादेव मेरा,
योगी त्रिपुरारी है महादेव मेरा,
भोला भंडारी है महादेव मेरा-०२


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